First Hindu Mandir UAE : यूएई की राजधानी अबूधाबी में बने पहले हिन्दू मंदिर का उद्घाटन 14 फरवरी को होने जा रहा है। बीएपीएस संस्था द्वारा इस मंदिर का निर्माण हो रहा है। 14 फरवरी 2024 को होने वाले मंदिर उद्घाटन समारोह में PM मोदीजी को आमंत्रित किया गया है। मंदिर के निर्माण हेतु जो पत्थर इस्तेमाल किये गए है उन्हें राजस्थान से ले जाया गया है। कुछ ही दिन पहले अयोध्या के राम मंदिर की भी प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को मोदीजी के हाथो हुई थी। तब से हिन्दू मंदिर का विषय दुनिया भर में चर्चा का मुद्दा बन गया था। और अब अबुधाबी में ये मंदिर होने जा रहा है।
मंदिर निर्माण की कहानी : First Hindu Mandir UAE
14 फरवरी को First Hindu Mandir UAE का उट्घाटन होने जा रहा हे मगर उसके पीछे बीएपीएस संस्था और बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के प्रमुख स्वामी महाराज का काफी योगदान है। मंदिर के निर्माण की कल्पना स्वामी महाराज जी की है।1997 में स्वामी जब संयुक्त अरब अमीरात के यात्रा पर गए थे तब उन्हें लगा की अबुधाबी में एक हिन्दू मंदिर होना चाहिए। इसके कारन दोनों देशो के संस्कृति और दोनों के बिच और सद्भावना बढ़ेगी।
First Hindu Mandir UAE इसी के चलते मंदिर के निर्माण हेतु मंदिर के इस निर्माण की सम्मति UAE सरकार ने साल 2015 में देने की घोषणा की। अबू धाबी प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान भारत के साथ मैत्री को और सपने रिश्तो सुधरते हुए मंदिर को जमीन देने की घोषणा की।
27 एकड़ भूमि उपहार में दी :
अबुधाबी में बना ये First Hindu Mandir UAE है। 2015 में जब मंदिर के निर्माण के बारे में सोचा गया तब मंदिर के लिए पहला पड़ाव था जमीन का। मंदिर बनाने के लिए काफी भूमि लगने वाली थी। मगर 2015 में संयुक्त अरब अमीरात सरकार और अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने अपनी उदारता दिखते हुए 13 एकड़ जमीन मंदिर निर्माण के चलते दान देनी की घोषणा की। 2015 में कुल 13 एकड़ और फिर बाद में यूएई सरकार ने 2019 में 13.5 एकड़ ज्यादा जमीन दान दी। कुल मिलाके 27 एकड़ जमीन क्राउन प्रिंस ने दान दी इसके कारण मंदिर बन के तैयार हुवा।
मंदिर और राजस्थान का क्या हे कनेक्शन ?
बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था ने UAE की राजधानी अबूधाबी में First Hindu Mandir UAE का निर्माण किया है। अभी के समय कुछ और रोचक बाटे सामने आई हे। कई दिनों से मंदिर और राजस्थान के कनेक्शन को लेकर चर्चाये हो रही है। दरसल मंदिर बनाने के लिए जो पत्थर इस्तेमाल किये गए है वो राजस्थान से अबुधाबी में लाये गए है। राजस्थान के जयपुर के बलुआ पत्थर मंदिर के लिए इस्तेमाल हुए है। यही नहीं बल्कि राजस्थान से मंदिर बनाने के लिए कुशल कारीगरों को भी बुलाया था।
क्या है मंदिर की विशेषताएं ?
UAE में बना ये बीएपीएस हिंदू मंदिर वास्तुशिल्प का एक अच्छा नमूना और जीता-जागता उदाहरण है। संगमरवर पत्थर और राजस्थान का गुलाबी बलुआ इनके मिस्श्रण से शिल्पकला और मुर्तिया बनाई गई है। ‘डोम ऑफ हार्मनी’ मंदिर की सबसे बड़ी विशेषताओं में से एक मानी जाती है। ये डोम जो है वो हमारे पांच प्राकृतिक तत्वों से बना है। पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश इन पांच तत्वों को दर्शाता है। विशेष बात ये है की जो भी जटिल नक्काशी और मूर्तियां बनाई है वो भारत के कुशल करगिरो ने बनाई है। ऊंचाई की बात करे तो मंदिर 108 फीट ऊँचा है। इसके आलावा मंदिर में काफी सुविधाएं भी मौजूद है।
कब होगा मंदिर का उट्घाटन ?
First Hindu Mandir UAE की उट्घाटन का इंतजार अबुधाबी के और भारत के भक्त बेसब्री से कर रहे थे।14 फरवरी, 2024 को भव्य समारोह आयोजित किया है। उस दिन भारत के प्रधान मंत्री मोदीजी मंदिर का उट्घाटन करेंगे। समारोह में बड़ी हस्तियों को आमंत्रित किया गया हे जिसमे अबू धाबी प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान,स्वामी महाराज और दोनों देशो के और अतिथियों को भी बुलाया है। 18 फरवरी को लोगो के लिए मंदिर खुला कर दिया जाने वाला है। मगर संयुक्त अरब अमीरात के जो स्थानिक लोग है उन्हें बताया गया है की उन्हें एक वेबसाइट के जरिये पंजीकरण करने के बाद 1 मार्च, 2024 मंदिर खुला कर दिया जायेगा।
First Hindu Mandir UAE: UAE की राजधानी अबू धाबी में 14 फरवरी को मंदिर का उद्घाटन , PM मोदी जी के हाथों होगा उद्घाटन ऐसे आर्टिकल्स के लिए Visit करे हमारे ब्लॉग को धन्यवाद।
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